बुधवार, 10 जून 2009
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साथी हाथ बढाना..... हम चल रहे अकेले ........ ओ साथी हाथ बढाना ..... संसार में बहुत सारी बड़ी उपलब्धियां कार्य करके थके हुए और हतोत्साहित उन व्यक्तियों द्वारा ही प्राप्त की गई हैं जो लगातार कार्य करते रहे !
तुम श्रमशील बनो
जवाब देंहटाएंयूवा शक्ति संसार की महाशक्ति है संसार का विकास और राष्ट्र का दायित्व यूवा पीढी के कंधो पर है ! एक कहावत भी है - " यूवा पीढी उन्नति की सीढ़ी " ईष्वर ने यूवा को तन और मन की शक्ति ज्ञानबल , और बुद्धि सब कुछ प्रचुर मात्रा में दिया है जिसे यूवा समाज के कल्याण में और विश्व के नव निर्माण में लगा सकते है और शायद सब की नज़रे यूवाओ पर टिकी हुई है हर माता पिता की आशा है की उनके बेटा , बेटी होनहार बनेगे ! नाम रोशन करेंगे , बुढापे का सहारा बनेंगे ! वैसे ही गुरुजन अपने शिष्य को अपने से श्रेष्ठ बनाना चाहते है ! राष्ट्र - भी यूवाओ को आदर्श नागरिक के रूप में देखना चाहता है ! उसी प्रकार परमपिता परमेश्वर जो समस्त जगत के सवामी है , कल्याणकारी है , पालनहार है उनकी भी यूवाओ से यही आशा है की संसार का हर यूवा - पुरुषार्थ द्वारा ऐसी श्रम साधना करे जो नारायण बन जाये , और नारी ऐसी करनी करे जो लक्ष्मी बन जाये ...?
सेवा के पथ पर निरंतर ......
आपका भाई -
अनिल महाजन ( पंडागरे )
साथी हाथ बढाना.....
हम चल रहे अकेले ........
ओ साथी हाथ बढाना
संसार में बहुत सारी बड़ी उपलब्धियां कार्य करके थके हुए और हतोत्साहित उन व्यक्तियों द्वारा ही प्राप्त की गई हैं जो लगातार कार्य करते रहे
fg !!!! apake liye sandesh !!!!
जवाब देंहटाएंएक दुसरे को हीनभावना से उबारें
पति - पत्नी
पति - पत्नी गृहस्थी के दो पहिये है , एक दुसरे के बिना गृहस्थी की गाड़ी नहीं चल सकती ! यदि दोनों में हीनभावना पनप रही है, तो हीनभावना के कही कारण हो सकते है परन्तु पति - पत्नी को एक दुसरे की हीनभावना को दूर करने का प्रयास करना चाहिए ! अकसर ये देखने में आया है की महिलाओ की अपेक्षा पुरूषो में हीनभावना जल्दी आती है, कई बार पत्नी की खूबसूरती और उसके अन्य पुरूषो से हँसी मजांक करने से पति में हीनभावना पनपने लगती है पति अपने पत्नी का अन्य लोगो से ज्यादा मेल मिलाप हँसी मजांक सहन नहीं कर पाता ! ऐसे में पति के मन में हीनभावना पनपना स्वाभाविक ही है ! ऐसे समय में अपने पति को हीनभावना से निकालना पत्नी का कर्तव्य है, पहले तो आप प्रयास करे की ऐसे लोगो से दूर रहे जो आपके गुणों के कारण नहीं बल्कि आपकी खूबसूरती के कारण आपके करीब आते है या तारीफ करते है, ऐसे समय अपने पति को ये अहसास दिलाना जरुरी है की आपकी नजरो में खूबसूरती से ज्यादा गुण महत्व रखते है और आप पति को ही सबसे ज्यादा चाहती है क्योकि उनमे सब गुण मौजूद है, यदि आप पत्नी होकर पति से कुछ आशांए रखती है तो पति के अहं को ठेस मत पहुँचाओ , बल्कि पति की गलती पर शांति से उसको उसकी गलती का अहसास दिलाओ, तुम उनके साथ सख्ती बरतो, रूठ जाओ - तुम पत्नी हो - मां भगवती की कृपा से स्त्री के अन्दर सहनशीलता,ममता ,दया भरी होती है इसलिए तुम्हारा दायित्व बनता है की आप पति के साथ कदम से कदम मिलाकर दांपत्य जीवन को सफल बनायें ! न कि पति के हीनभावना से ग्रस्त होने पर उनका दामन छोड़कर मायके चली जाएँ पति - पत्नी दोनों के हीं कुछ कर्तव्य होते है, जब आपको पति ने कुछ हक़ दिए है तो उसी के साथ आपके कुछ कर्तव्य भी है जिनका पालन करना आपके लिए बेहद जरुरी है आपको चाहिए कि पति की हीनभावना दूर करने के लिए आपसी कड़वाहट को दोनों के बीच दीवार न बनने दे और चापलूसों से बिलकुल दूर रहे ..... हो सकता है तुम्हारे एक छोटे से प्रयास से तुम दुनिया का सर्वश्रेष्ट दांपत्य जीवन जीने लगोगीं ! ये सच है कि पति परमेश्वर तो पत्नी सर्व गुण सागर
क्षह्म विरष्य भूषणं
शिवाजी राज्यभिषेक पर बैतुल सांसद , विधायको का सम्मान
जवाब देंहटाएंमध्यप्रदेश क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन द्वारा भोपाल मे शिवाजी महाराज स्मृति संस्थान पर शिवाजी महाराज का ६ एवं ७ जून को राज्यभिषेक दिवस उत्साह पूर्वक मनाया गया ! इस अवसर पर प्रदेश के सभी जिलो के कार्यकर्ता उपस्तिथ थे ! ६ जून को मराठी लावणी , भजन , शिवाजी पोहाडा हुआ ! ७ जून को संगठन द्वारा सांसद- श्रीमती ज्योति धुर्वे , विधायक - श्री सुखदेव पांसे , गीता उईके , बैतुल नपा अध्यक्ष - पार्वतीबाई बारस्कर का सम्मान किया गया ! एवं स्मृति चिन्ह भेट किये गए , इसी कार्यक्रम मे समाज सेवी रविशंकर पारखे "स्नेही" , अनिल महाजन ( पंडागरे ) को भी स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया गया ! एवं क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज के प्रांतीय संगठन की स्थापना की गई ,इस अवसर पर अतिथियों ने अपने उदबोधन मे कुनबी समाज को कर्मशील, प्रगतिशील , शिक्षा की ओर अग्रणी समाज कहा और शिवाजी महाराज स्मृति संस्थान के भवन को बनाने के लिए हर संभव मदत की बात कही वही क्षेत्रीय पार्षद आशाराम शर्मा जी ने ५०,००० हजार रूपये देने की घोषणा की कार्यक्रम का संचालन श्री ए.आर लिखितकर जी ने किया ! इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे श्री यु आर गणेशे जी , विश्वनाथ लोखंडे अध्यक्ष - क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन भोपाल ,अनिल महाजन ( पंडागरे ) संचालक - क्षत्रिय लोणारी कुनबी वेबपरिचायिका तथा भोपाल संगठन से मंचित चडोकर, दयाराम फाटे, आर के लिखितकर , डॉ एन पी कनाठे, यशवंत लिखितकर , विश्वनाथ धोटे,बलराम चडोकर , जी आर लिखितकर ,किशोर महाले , बैतुल से नरेन्द्र पंडागरे , अनिकेत डांगे, इंदौर से अध्यक्ष विनायक कवडकर ,प्रह्लाद गलफट उपाध्यक्ष - क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन इंदौर , विष्णु कुंभारे , राजू बारसकर, तुकाराम देशमुख , जयदेव देशमुख ,मनोज साबले, प्रभाकर देशमुख , धनराज बारस्कर, साहेबराव भोपते , अनिल धोटे , एवं सारणी से श्री विश्वनाथ बारस्कर अध्यक्ष - क्षत्रिय लोणारी कुनबी समाज संगठन , शोभापुर से श्री पांडुरंग जी कोसे , आदि लोगो का विशेष सहयोग रहा !